नई दिल्ली। हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली हार का ठीकरा फोड़ने को लेकर पार्टी नेताओं के बीच तनातनी जारी है। इस बीच दिल्ली कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद उदित राज ने पार्टी नेताओं के बीच मतभेद और कामकाज के तरीकों को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि जमीन से जुड़े नेताओं को संगठनात्मक जिम्मेदारी मिलनी चाहिए। उदित राज ने कहा, कोई भी पार्टी बिना आत्म-आलोचना के आगे नहीं बढ़ सकती। समय रहते बदलाव की जरूरत है।

मुझे लगता है कि जिनकी जनता से अच्छी पकड़ है, जो जमीन से जुड़े हैं और सामाजिक न्याय को भी ध्यान में रखते हैं, उन्हें पार्टी के संगठन में जिम्मेदारी दी जानी चाहिए। पूरे देश में संगठनात्मक बदलाव की लंबे समय से जरूरत थी, जो नहीं हो रहा है। बड़े नेता फोन नहीं उठाते और लोगों से जुड़े नहीं हैं। कांग्रेस नेता उदित राज के अनुसार हरियाणा में हमारे कुछ अंदरूनी मुद्दे हैं। इसके बावजूद हम दो तिहाई बहुमत हासिल कर सकते थे।

प्रदेश के मतदाता लोग बीजेपी सरकार से बहुत नाराज थे। कोई एक फैक्टर नहीं है। चंद लोगों ने अपने लोगों को टिकट बांटे और सामाजिक समीकरणों पर विचार नहीं किया। हम फिर भी सरकार बना सकते थे, लेकिन बीजेपी को मिला यह जनादेश चोरी और बेईमानी का है। दिल्ली कांग्रेस नेता उदित राज ने इससे पहले 9 अक्टूबर को बीजेपी पर हमला बोला था। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा था कि पीएम मोदी कांग्रेस के सारे किए काम की पहचान को मिटाने पर तुले हैं। इससे राहुल गांधी की लोकप्रियता कम नहीं होगी। वोट प्रतिशत में 10 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है। हरियाणा में बीजेपी और कांग्रेस को करीब-करीब बराबर वोट मिले हैं।