आयोग ने कहा- एसपी खरगौन एक माह में दें जवाब

खरगौन जिला मुख्यालय से सात किलोमीटर दूर टेमला में महाशिवरात्रि के पर्व पर अनुसूचित जाति की युवती को मंदिर में जाने से रोकने का मामला सामने आया है। युवती को रोकने का वीडियो वायरल हुआ है। घटना बीते मंगलवार की बताई जा रही है। दोपहर में एक युवती थाली लेकर शिव मंदिर जाते दिख रही है। इसे दरवाजे पर बैठी कुछ महिलाएं रोक रही है। युवती उनसे कह रही है कि मंदिर सभी का है। अभी पुलिस बुला लेंगे। उससे महिलाएं कह रही है कि बुला ले, पुलिस को बुला ले। युवती कहती दिख रही है कि एक साल की सजा होगी। सब होशियारी निकल जाएगी। इस मामले को लेकर अनुसूचित जाति के समाजजनों ने बताया कि गांव में तीन मंदिर हैं। मंदिरों में हमें जाने क्या, छूने भी नहीं देते हैं। कई सालों से ऐसा ही हाल है। अनुसूचित जाति के लोगों की संख्या कम है। साथ ही अन्य समाज के लोग ऐसी शिकायतें नहीं करने का दबाव भी बनाते हैं। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के माननीय अध्यक्ष न्यायमूर्ति नरेन्द्र कुमार जैन ने पुलिस अधीक्षक खरगौन से एक माह में जवाब मांगा है।