नर्मदापुरम  नर्मदा जयंती के मौके पर मंगलवार को नर्मदापुरम में सरकार ने संकल्प लिए हैं। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि नर्मदा के तटों पर प्रकृतिक खेती की जाएगी। इसके लिए गोबर की खाद का उपयोग होगा। दूसरा, नर्मदा एक्सप्रेस-वे बनाया जाएगा। ये अमरकंटक से गुजरात बॉर्डर तक बनेगा। इसके अलावा हर साल नर्मदापुरम गौरव दिवस मनाया जाएगा।

यहां कार्यक्रम में शामिल होने मुख्यमंत्री पत्नी साधना सिंह के साथ पहुंचे। मुख्य कार्यक्रम के दौरान जलमंच पर पहुंचकर सीएम ने मां नर्मदा का अभिषेक, पूजन और आरती की। इसके साथ ही, नर्मदा जी में 21 हजार दीपदान भी किए गए। कार्यक्रम के दौरान सीएम ने नर्मदापुर नाम किए जाने की घोषणा की।

मां रेवा के ऐतिहासिक सेठानी घाट सहित शहर के सभी तट रोशनी से जगमगा रहे हैं। नर्मदा तटों को दुल्हन की तरह सजाया गया। साथ ही, शहर के प्रमुख चौराहों पर भी साज-सज्जा की गई है।

इससे पहले सोमवार शाम को नर्मदापुरम कमिश्नर माल सिंह, DIG जेएस राजपूत, कलेक्टर नीरज कुमार सिंह, SP डॉ. गुरकरन सिंह सहित जिले के तमाम अधिकारियों ने सर्किट हाउस घाट से सेठानी घाट जलमार्ग पहुंचकर तैयारियों का जायजा लिया।

सुुंदरता व सजावट देखने पहुंचे शहरवासी

सेठानी, कोरी, पर्यटन घाट सहित सभी घाटों को रोशनी लगाकर और रंगरोगन कर सजाया गया है। सोमवार शाम से ही सेठानी घाटों की सुंदरता और सजावट देखने के साथ ही मां नर्मदा का पूजन करने बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। लोगों ने इस सुंदरता को अपने कैमरे में कैद किया।

यह भी मौजूद रहें जलमंच पर

  • सांसद राव उदय प्रताप सिंह, नर्मदापुरम विधायक डाक्टर सीताशरन शर्मा, सोहागपुर विधायक विजयपाल सिंह, पिपरिया विधायक ठाकुरदास नागवंशी, सिवनी मालवा विधायक प्रेम शंकर वर्मा, जितेंद्र लिटोरिया, शिव चौबे, जिला अध्यक्ष माधवदास अग्रवाल जलमंच पर मौजूद रहेंगे।

यह भी रहा खास

  • आचार्य सोमेश परसाई ने जलमंच पर पूजन कराया।
  • सेठानी घाट पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे।
  • नर्मदा नदी में श्रद्धालुओं ने दीपदान किया।

सुबह जन्मोत्सव, शाम को महाआरती

नर्मदा जयंती महोत्सव में पहले दिन 7 फरवरी को मंगलाचरण के तहत घाट पर नर्मदा जी का पूजन-अर्चन और अभिषेक हुआ। हालांकि, लता मंगेशकर के निधन के कारण राष्ट्रीय शोक हाेने पर अन्य कार्यक्रम नहीं हुए। शाम 7 बजे नित्य आरती महासमिति ने मां नर्मदा की महाआरती की।

CMO शैलेंद्र बड़ोनिया ने बताया की उत्सव के दूसरे दिन मंगलवार सुबह 10.30 बजे प्राचीन नर्मदा मंदिर में मां नर्मदा का जन्मोत्सव मनाया गया। दोपहर 3.30 बजे नर्मदा मंदिर, मोरछली चौक से सेठानी घाट तक शोभायात्रा निकाली गई।