जिस गाय को पूजते हैं, उसे बचाने सब आगे आएं, लंपी को लेकर पशुपालकों से बोले सीएम
भोपाल । गोवंशी पशुओं में फैली लंपी बीमारी से कोरोना की तरह से ही लडऩा होगा। जिस तरह हमने कोरोना को हराया है, उसी तरह से लंपी को भी पराजित करेंगे। इसके लिए जरूरी है कि पशुओं का टीकाकरण जरूर कराएं। सरकार की तरफ से नि:शुल्क टीका लगाया जा रहा है। यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहन ने गुरुवार को किसानों को दिए संदेश में कही। सीएम शिवराज सिंह चौहान अब खुद इसे काबू करने के प्रयास में जुट गए हैं। बुधवार को पशुपालन विभाग के अफसरों के साथ बैठक कर सीएम ने प्रभावित जिलों की समीक्षा की थी। गुरुवार को सीएम ने प्रदेश के पशुपालकों के नाम संदेश जारी किया है।
सीएम ने कहा हमारे जानवरों पर लंपी वायरस नाम की बीमारी का बड़ा संकट आया है। ये वायरस तेजी से मप्र में पैर पसार रहा है। हम अपने पशुओं विशेषकर गाय को माता मानकर पूजते हैं। आज गौ माता संकट में हैं, हम उन्हें इस संकट से निकालने में मदद करें। इस संकट में आप अकेले नहीं हैं, सरकार आपके साथ है। हम फ्री में टीका लगा रहे हैं। सबको सावधानी रखनी पड़ेगी। यदि हम चूके तो हमारे पशु संकट में आ सकते हैं। जो चेतना इंसानों में है। वही, जानवरों में दिखती है। चाहे गौवंशीय हो या भैंस वंशीय पशु... इस बीमारी को रोकने के लिए जागरुक हों।
सीएम ने कहा- हमें इस बीमारी को फैलने से रोकने के लिए इसके लक्षण पहचानें। लंपी संक्रमित जानवरों में कई तरह के लक्षण दिखते हैं। इस वायरस से ग्रस्त जानवरों को बुखार आता है। वह सुस्त हो जाते हैं। पैरों में सूजन आ जाती है। मुंह से लगातार लार निकलने लगती है। शरीर में लाल गठानें हो जाती हैं। पूरे शरीर में छेद दिखने लगते हैं। जानवरों का दूध या तो कम हो जाता है या वे दूध देना बंद कर देते हैं। ये बीमारी एक मक्खी, मच्छर से दूसरे जानवर तक फैलती है, लेकिन यह बीमारी इंसानों में नहीं फैलती।
सीएम ने पशु पालकों से अपील की है कि सरकार फ्री में टीका लगा रही। पालक गायों को यह टीका लगवाएं। टीकाकरण इस बीमारी की रोकथाम करेगा। किसी भी जानवर में लक्षण दिखने पर उसे दूसरे जानवरों से अलग कर दें। और पशु चिकित्सकों से संपर्क करें। बीमार जानवर को मच्छर, मक्खी और दूसरे परजीवियों से बचाएं। संक्रमित क्षेत्र में कीटाणु नाशक का छिडकाव करें। मृत पशु को खुले में न छोड़ें, गहरा गढ्ढा करके उसे दफना दें। सरकार आपके साथ खड़ी है लेकिन हमें सबको सहयोग देना पड़ेगा। जैसे कोरोना में हमने इंसानों को बचाने लड़ाई लड़ी थी वैसे ही गौवंश को बचाने के लिए हम कमर कसकर जुट जाएं। मप्र की जनता के सहयोग से जिस प्रकार कोरोना महामारी से लड़ाई लड़ी वैसे ही हमें सबको मिलकर मूक पशुओं को इस बीमारी से बचाने के अभियान में जुटना चाहिए।