रायपुर। राज्य में सरिया के बाद सीमेंट कंपनियों ने सोमवार रात अचानक प्रति बोरी 50 रुपये तक के भाव बढ़ा दिए। इसके पीछे तर्क दिया गया कि पेट्रोल-ड़ीजल की दर बढ़ने से उत्पादन लागत बढ़ गई है। हालांकि जानकार बताते हैं बरसात के पहले निर्माण कार्यों में तेजी आ जाती है, इसलिए कंपनियों ने अधिक लाभ कमाने के लिए एक राय होकर मूल्यों में वृद्धि की है। उनका कहना है कि छत्तीसगढ़ के खनिज संसाधानों का उपयोग करने के बाद कंपनियां राहत देने के बजाय कीमतों में बढ़ोतरी कर रही है।
सीमेंट के दाम बढ़ने से भवन निर्माण की लागत बन गई हैं। सोमवार तक 255 से 280 रुपये रुपये प्रति बोरी तक बिक सीमेंट मंगलवार सुबह से 280 से 340 रुपये प्रति बोरी हो गया। बाजार में यह कीमतें 10 अप्रैल की रात से लागू हो चुकी है। इस बावत सीमेंट डीलर्स का कहना है कि कंपनियों की नई बिलिंग की में सीमेंट की बढ़ी हुई कीमतें लागू की जा रही है। कुछ ऐसे डीलर्स, जिन्होंने पुराना स्टाक रखा है। उनकी दुकानों से भले पुरानी कीमतों में मिल रहा हो, लेकिन स्टाक खत्म होते ही डीलर्स को नई कीमतों में ही बेचने की मजबूरी होगी।