पहली से पांचवी तक की कक्षाओं में पढ़ने वाले बच्चों और जिन छात्रों को वैक्सीने नहीं लगाई गई है। उनके अभिभावकों ने सोमवार को कलेक्टर और जिला शिक्षा विभाग का घेराव किया। अभिभावकों ने प्रशासन को बताया कि नन्हें बच्चों की आफलाइन क्लास लगाना उचित नहीं है। कोरोना संक्रमण अभी भी है। बच्चों को स्कूल भेजाना उचित नहीं होगा। कक्षाएं आनलाइन संचालित किया जाना चाहिए। अभिभावकों के चिंता को लेकर कांग्रेस नेता विजय केशरवानी ने आनलाइन क्लास का समर्थन किया है।

जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष विजय केशरवानी ने बच्चों की आनलाइन कक्षा संचालित करने को लेकर चिंता व्यक्त किया है। उन्होंने कलेक्टर को पत्र और मोबाइल से बात कर सम्पर्क कर कक्षा एक से पांच तक की कक्षाओं को आफलाइन नहीं लिए जाने की मांग किया है। जिला कांग्रेस अध्यक्ष ग्रामीण विजय केशरवानी ने कलेक्टर को बताया कि नन्हें बच्चों की आफलाइन क्लास किए जाने से अभिभावकों में चिंता और नाराजगी दोनों ही हैं। कोरोना का प्रकोप अभी कम नहीं हुआ है। ऐसी सूरत में बच्चों की कक्षाएं आनलाइन ही लिया जाना उचित होगा। 

कलेक्टर ने आगे बताया कि राज्य शासन ने जिस जिलों में जहां करोना संक्रमण दर 4 प्रतिशत से कम है। वहां स्कूल खोलने का आदेश दिया। जिला प्रशासन की कोई भूमिका नहीं है। उन्होने दुहराया कि बच्चों के अभिभावकों की परेशानी को समझा जा सकता है। केशरवानी ने बताया कि लिखित के साथ फोन पर कलेक्टर डा.मित्तर को बताया कि कक्षा एक से आठवीं के बच्चों का वैक्सीनेशन नहीं हुआ है। ऐसे में बच्चों की क्लास आफलाइन लगाया जाना उचित नहीं होगा। वर्तमान शिक्षा सत्र भी अब खत्म होने वाला है। परीक्षाएं भी सिर पर है। आफलाइन क्लास में यदि कोई भी बच्चा संक्रमित पाया गया।इसका खामियाजा सभी को भुगतना पड़ सकता है। कलेक्टर ने केशरवानी को बताया कि अभिभावकों की परेशानियों को शासन के सामने रखा जाएगा। प्रयास होगा कि शासन अभिभावकों की चिन्ता को प्राथमिकता से लेते हुए जो भी उचित निर्णय लेगा।