503 गांव जिला मुख्यालय से कट गए 


देहरादून । उत्तराखंड में मानसून आने के बाद से ही अपना कहर  दिखा रहा है। हर दिन प्रदेश के किसी न किसी हिस्से से नुकसान की खबरें आ रही हैं। एक ओर हिमाचल प्रदेश में हालात बदतर हैं, वहीं दूसरी तरफ उत्तराखंड के हालात भी इससे जुदा नहीं है। उत्तराखंड में खराब मौसम के कारण चार धाम यात्रा रोक दी गई है। प्रदेश में जगह-जगह जलभराव, बाढ़ जैसे हालात और पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन के कारण सड़कें बंद होने और बोल्डरों की चपेट में आकर कई लोगों की जान जाने जैसे हादसे लगभग रोजाना ही सामने आ रहे हैं। उत्तराखंड में पिछले 5 दिनों से जारी मूसलाधार बारिश में नदियों का जलस्तर बढ़ा दिया है। जानकारों के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ और मानसूनी हवाओं के कारण उत्तर भारत में तबाही का मंजर दिखाई दे रहा है।
उत्तराखंड में बादल फटने, ग्लेशियर टूटने और भूस्खलन के कारण हालात गंभीर हैं। वर्तमान हालात को देखकर फिलहाल चार धाम यात्रा पर ब्रेक लगा हुआ है। केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के मार्ग कई स्थानों पर भूस्खलन होने के कारण बंद हो गए हैं। 
चारधाम यात्रा मार्ग बाधित होने के कारण जगह-जगह लगभग 9400 तीर्थयात्री फंसे हुए हैं। बारिश और भूस्खलन ने स्थानीय लोगों के साथ-साथ यात्रियों की परेशानियां भी बढ़ा दी है। जानकारी के अनुसार राज्य में 249 मार्ग अवरुद्ध हैं। चारधाम यात्रा मार्ग पर फंसे हुए तीर्थयात्रियों में कांवड़ यात्री भी शामिल हैं। जिन्हें प्रशासन ने सुरक्षित स्थानों पर ठहराया है। मार्गों पर मलबा आने के कारण प्रदेश भर के लगभग 503 गांव जिला मुख्यालय से कट गए हैं। बड़ी संख्या में पेयजल लाइनें और विद्युत पोल भी क्षतिग्रस्त हुए हैं वही दूरसंचार सेवा पर भी बरसात का कहर टूट पड़ा है। उत्तरकाशी में गंगोत्री और यमुनोत्री राजमार्ग और रुद्रप्रयाग और चमोली में बद्रीनाथ राजमार्ग कई स्थानों पर भूस्खलन से बाधित है।
उत्तरकाशी के खीरगंगा में बाइक से आए लगभग 400 कावड़ यात्री, गंगनानी में 2000 से अधिक यात्री, चमोली में बद्रीनाथ राजमार्ग पर करीब 3000 यात्री फंसे हुए हैं। बद्रीनाथ धाम जा रहे 4000 तीर्थयात्री सुरक्षा की दृष्टि से विभिन्न पड़ावों पर रोके गए हैं।
उत्तरकाशी पुलिस प्रशासन ने गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर पिछले दिनों हुई दुर्घटना के बाद बरसात के दिनों में वाहनों की आवाजाही को लेकर समय निर्धारित कर दिया है। गंगोत्री से वाहनों को शाम पांच बजे के बाद उत्तरकाशी नहीं आने दिया जाएगा। हरसिल से उत्तरकाशी जाने वाले वाहनों का समय छह बजे तक का ही निर्धारित है जबकि भटवाड़ी से उत्तरकाशी आने वाले वाहनों को सात बजे तक ही आने दिया जाएगा। उत्तरकाशी से गंगोत्री जाने वाले वाहनों को साढ़े छह बजे के बाद भटवाड़ी से आगे नहीं दिया जाने दिया जाएगा। गंगोत्री मार्ग अवरुद्ध होने के कारण इस बार कावड़ यात्री गंगोत्री नहीं जा पा रहे हैं। जिस वजह से वह उत्तरकाशी के मणिकर्णिका घाट, जड़ भरत घाट, गंगोली घाट से ही जल भरकर ले जा रहे हैं।