मध्य प्रदेश विधानसभा के प्रतिष्ठित संसदीय उत्कृष्टता पुरस्कार समारोह से कांग्रेस ने बहिष्कार कर दिया। पुरस्कार की चयन समिति से भी कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक डॉ. गोविंद सिंह ने इस्तीफा दे दिया। आपको बता दें यह सब इसलिए हुआ क्योंकि कार्यक्रम के कार्ड में नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ का नाम नहीं छापा गया था। गौरतलब है कि समारोह में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के हाथों से चयनित मंत्री, विधायक, पत्रकार और विधानसभा सचिवालय के श्रेष्ठ कर्मचारी सम्मानित हुए। 

मध्य प्रदेश विधानसभा ने 2008 के बाद पहली बार संसदीय उत्कृष्टता पुरस्कारों की घोषणा की गईृ जिसमें चयनित सर्वश्रेष्ठ मंत्री, सर्वश्रेष्ठ विधायक तथा संसदीय पत्रकारिता से जुड़े प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकारों सहित विधान सभा सचिवालय के सर्वश्रेष्ठ अधिकारी और कर्मचारी का सम्मानित किया गया। विधानसभा परिसर में हो रहे इस आयोजन के आमंत्रण पत्रों में नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ का नाम नहीं था। यह देखकर कांग्रेस विधायक दल की नाराजगी सातवें आसमान पर पहुंच गई। 

विधानसभा के कार्यक्रमों के लिए नियम तय

कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक और पर्व विधानसभा अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद प्रजापति ने कहा कि विधानसभा के कार्यक्रमों के लिए नियम तय है। कार्यक्रमों के आमंत्रण पत्र में विधानसभा अध्यक्ष, मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष का नाम छपता है लेकिन संसदीय उत्कृष्टता पुरस्कार समारोह के आमंत्रण पत्र में नेता प्रतिपक्ष का नाम नहीं था। यह नेता प्रतिपक्ष का अपमान है और इसीलिए कांग्रेस विधायक दल ने समारोह का बहिष्कार किया। 

गोविंद सिंह ने भी इस्तीफा दिया

विधानसभा के संसदीय उत्कृष्ट पुरस्कारों की चयन समिति में कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक डॉ. गोविंद सिंह थे लेकिन जब आमंत्रण पत्र में नेता प्रतिपक्ष का नाम नहीं छापा गया तो उन्होंने समिति से इस्तीफा दे दिया। प्रजापति ने बताया कि नेता प्रतिपक्ष के साथ अपमानजनक रवैये की वजह से डॉ. सिंह ने समिति से इस्तीफा दिया।