छतरपुर, बुन्देलखण्ड के गढ़ा बागेश्वर धाम में शनिवार को संपन्न 125 जोड़े के सामूहिक कन्या विवाह का क्षण न सिर्फ अद्भुत और आलौकिक था अपितु इस क्षण के साक्षी बने, देश भर के सनातन सारस्वत धर्मगुरू और संत बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री, राजराजेश्वर महाराज लंदन राज परिवार के प्रतिनिधि तथा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, वन मंत्री विजय शाह, क्षेत्रीय सांसद विष्णु दत्त शर्मा सहित वर-वधु और उनके माता-पिता परिजन तथा यहां उपस्थित अपार जनसमूह। बुन्देलखण्ड में यह पहला अवसर आया, जब 125 वर-वधु में से 58 ऐसे जिनके माता-पिता नहीं थे, दो दिव्यांग वर-वधु और 61 ऐसे भी है जिनका जीवन अभाव और आर्थिक तंगी में बीता, के विवाह के अवसर पर देश भर के सनातन धर्म के संत बागेश्वर धाम के संत और मुख्यमंत्री तथा मंत्रीमंडल के मंत्री भी मौजूद रहे। देश में म.प्र. ऐसा प्रदेश है जहंा सबसे पहले सीएम कन्यादान विवाह योजना शुरू हुई

बागेश्वर धाम से अब दुआ और दवा दोनों मिलेगे

बागेश्वर धाम के आचार्य धीरेन्द्र शास्त्री ने कहा कि इस धरती के लिये यह अभूतपूर्व एवं गौरवशाली साक्षी पल है जब सामूहिक विवाह के मंच पर सनातन धर्म के एक नही कई संत आभूषण और मुख्यमंत्री धराती और घराती तथा अपार जनसमूह संजीवनी आस्था के साथ यहां उपस्थित हुये है। सामूहिक कन्या विवाह का यह चौथा साल है। उन्होंने कहा कि बेटियां शहंशाह के घर जन्म लेती हैं, वे माता-पिता बड़े दिल वाले है जिनके घर में बेटियां होती है। बेटियों के विवाह के लिये व्यवस्था न हो तब कितना कष्ट होता है यह बेटी के माता-पिता ही जानते है। देश में मध्यप्रदेश ऐसा अकेला प्रदेश है जहां सबसे पहले मुख्यमंत्री कन्यादान योजना शुरू की गई। उन्होंने महिलाओं को सबल बनाने के लिये शुरू होने वाली लाड़ली बहना योजना के लिये मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया। उन्होंने बताया कि बागेश्वर धाम में आगामी दिनों में केंसर का अस्पताल विकसित होगा। इस धाम से अब दुआ और दवा दोनों मिलेगे। वैदिक ऋचा रमतुला और शहनाई के बीच 125 जोड़े एक दूजे के हुये, वैवाहिक समारोह में बेटियों को लक्ष्मी और लड़कों को भगवान विष्णु के प्रतीक के रूप में मंचासीन विभूषित संतों और मुख्यमंत्री द्वारा आर्शीवाद दिया गया। उनके सुखद जीवन की कामना करते हुये पुष्पों की वर्षा की गई।

मामा की दुआएं लेती जा, जा तुझको सुखी संसार मिले

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को बागेश्वर धाम के सामूहिक कन्या विवाह में संतों की उपस्थित में बेटियों को स्नेहिल आर्शीवाद देते हुये कहा कि मामा की दुआएं लेती जा, जा तुझको सुखी संसार मिले। उन्होंने कहा कि यहां उपस्थित होकर मेरा मन आनंद से इसलिये भरा है कि आर्थिक तंगी और अभाव का जीवन जीने वाली न सिर्फ बेटियां अपितु बेटे भी अब सुखद और खुशहाल दांपत्य जीवन जी सकेंगे। बचपन से ही ग्रामीण परिवेश में पलकर और लोकतंत्र में पहलीबार निर्वाचित होकर ग्रामीणों के बीच महसूस हुआ है कि बेटियों के विवाह की व्यवस्था कितनी कठिन होती है। इस अभाव को मुख्यमंत्री बनते ही दूर किया और मुख्यमंत्री विवाह कन्या योजना लागू की, आज बेटियों का विवाह सरकार कर रही है। इसी तरह प्रदेश में जन्म लेने वाली बेटी लाड़ली लक्ष्मी बनकर जन्म ले रहीं है, जिन्हें लाड़ली लक्ष्मी योजना का लाभ दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बहनों के सशक्त होने पर परिवार देश और प्रदेश भी सशक्त होगा, इस भावना से लाड़ली बहना योजना शुरू की गई है।

वैदिक संस्कार से वरमाला पहनाई

सामूहिक विवाह के बंधन में बंधे नव दंपतियों ने वैदिक संस्कार, संस्कृति और शास्त्रोंत और श्लोक के मध्य वरमाला पहनाई। वरमाला पहनाते ही शंख ध्वनि से वैवाहिक स्थल गुंजायमान हो उठा।

दंपत्तियों को शालि ग्राम का विग्रह, रामचरित मानस सहित 70 सामग्री भेंट

संतों आचार्यजनों के साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नव दंपत्तियों को शालि ग्राम का विग्रह, रामचरित मानस, उपहार में भेंट किया। बागेश्वर धाम समिति की ओर से टीवी, फ्रिज, कूलर, सौफासेट, साड़ी, सोने-चांदी के आभूषण, रामचरित मानस सहित 70 सामग्री उपहार में दी गई।

थर्ड जेंडर ने भी बेटियों को उपहार में दीं साड़ियां

बागेश्वर धाम के सामूहिक कन्या विवाह में थर्ड जेंडर ने भी न सिर्फ आर्शीवाद दिया अपितु 125 बेटियांे को प्रति बेटी 5-5 साड़ियां उपहार स्वरूप भेंट करते हुए समाज में यह संदेश दिया कि बेटियों की महत्ता समाज में कितनी अधिक है।

हैलीपैड पर अगवानी

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शनिवार को छतरपुर जिले के ग्राम गढ़ा बागेश्वर धाम पहुंचे। उनके साथ वन मंत्री विजय शाह भी पहुंचे। जहां हैलीपैड पर कलेक्टर संदीप जीआर और पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा ने उनकी अगवानी की। इस अवसर पर सांसद व्ही.डी. शर्मा, कमिश्नर मुकेश कुमार शुक्ला, आईजी अनुराग एवं जनप्रतिधिगण उपस्थित रहे।

बागेश्वर बालाजी सिद्धपीठ की परिक्रमा कर दर्शन एवं पूजा अर्चना की

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कन्या विवाह कार्यक्रम में शामिल होने के पूर्व बागेश्वर बालाजी सिद्धपीठ के दर्शन के पूर्व परिक्रमा की और भारतीय वैदिक संस्कृति के मंत्र उच्चारण के साथ पूजा अर्चना की तथा मध्यप्रदेश की तरक्की के साथ-साथ आमलोगों की खुशहाली, सुखद जीवन और उज्ज्वल भविष्य की कामना की।