नई दिल्ली । कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मंगलवार को भाजपा पर करारा हमला बोलते हुए उसे विभाजनकारी राजनीति करने और विपक्षी दलों को निशाना बनाने के लिए जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है। सोनिया गांधी कांग्रेस संसदीय दल की बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सत्तारूढ़ दल और उसके नेताओं का विभाजनकारी और ध्रुवीकरण करने वाला एजेंडा अब राज्य दर राज्य राजनीतिक विमर्श की एक नियमित विशेषता बन गया है। उन्होंने कहा इतिहास को शरारतपूर्ण तरीके से विकृत किया जा रहा है। वे लोग न केवल प्राचीन बल्कि समकालीन इतिहास को भी विकृत कर रहे हैं। इसके साथ ही तथ्यों को तोड़ा-मरोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा हम उन्हें सदियों से हमारे विविध समाज को बनाए रखने और समृद्ध करने वाले सौहार्द और सद्भाव के बंधन को नुकसान नहीं पहुंचाने देंगे।
दिग्गज नेता ने सरकार पर विपक्ष, उसके नेताओं और कार्यकर्ताओं को लगातार निशाना बनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा सत्ता में बैठे लोगों के लिए मैक्सिम गवर्नेस का मतलब स्पष्ट रूप से भय और डर फैलाना है। इस तरह की धमकियां और रणनीति हमें न तो डराएगी और न ही चुप कराएगी।"सोनिया ने आरोप लगाया कि एमएसएमई सेक्टर सबसे अधिक अनिश्चित स्थिति के दौर से गुजर रहा है। इस बात के कोई संकेत नहीं हैं कि किसानों से किए गए वादों को पूरा किया जा रहा है या नहीं। 
रसोई गैस और तेल, पेट्रोल, डीजल, उर्वरक और अन्य आवश्यक वस्तुओं की कीमतें असहनीय सीमा तक बढ़ गई हैं और बढ़ती जा रही हैं। कुछ दिन पहले, हमारी पार्टी ने एक राष्ट्रव्यापी महंगाई-मुक्त भारत अभियान शुरू किया, जिसमें आप में से कई लोगों ने भाग लिया। इसे जारी रखा जाना चाहिए। उन्होंने यूक्रेन से निकाले गए हजारों छात्रों के भविष्य पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने बढ़ती बेरोजगारी और आजीविका की असुरक्षा के समय सरकार पर श्रम कानूनों को कमजोर करने का आरोप लगाया। कर्मचारी भविष्य निधि संचय पर ब्याज दरों में काफी कमी की गई है।