रूस और यूक्रेन के बीच जारी भीषण युद्ध का आज 18वां दिन हैं। रूस लगातार यूक्रेन पर हमलावर है। बीते दिनों ऐसा लग रहा था कि दोनों देशों के बीच बातचीत से मसले सुधर जाएंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ। हालात सुधरने की बजाय और बिगड़ते जा रहे हैं। रूसी सैनिक यूक्रेन पर लगातार बम और मिसाइल से अटैक कर रहे हैं। यूक्रेन में लाखों लोग बेघर हो गए हैं। कई लाख लोगों ने देश छोड़ दिया। यूक्रेन में हालात लगातार बद से बदतर होते जा रहे हैं। इस बीच भारत ने सरकार ने भी एक बड़ा फैसला किया।

मोदी सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए यूक्रेन से अपना दूतावास अस्थायी तौर पर हटा लिया है। भारतीय दूतावास को अब पोलैंड में शिफ्ट किया जाएगा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बयान जारी कर कहा कि यूक्रेन में तेजी से बिगड़ती सुरक्षा स्थिति, देश के पश्चिमी हिस्सों में हमलों को देखते हुए, यह फैसला लिया गया है कि यूक्रेन में भारतीय दूतावास को पोलैंड में अस्थायी रूप से शिफ्ट किया जाएगा। इससे कुछ घंटे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन की स्थिति और वैश्विक गिरावट पर एक उच्च स्तरीय सुरक्षा बैठक की अध्यक्षता की थी। इस दौरान पीएम मोदी को ‘ऑपरेशन’ गंगा के तहत भारतीय नागरिकों और भारत के पड़ोसियों से संबंधित नागरिकों को वापस लाने के सरकार के प्रयासों के बारे में भी जानकारी दी गई।

संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी के अनुसार, देश पर 17 दिन पहले हुए रूसी आक्रमण के बाद से अब तक कम से कम 25 लाख लोग यूक्रेन छोड़कर जा चुके हैं। वहीं यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेंस्की ने शनिवार को कहा कि रूस उनके देश को तोड़ने के लिए यूक्रेन में नया ‘छद्म गणराज्य’ बनाने की कोशिश कर रहा है। जेलेंस्की ने शनिवार रात को देश के नाम अपने संबोधन में यह बात कही है।