पुणे । महाराष्ट्र के पुणे से सटे पिंपरी चिंचवड़ इलाके के रहने वाले आठ साल के बच्चे का शव पुलिस ने बरामद कर लिया है। पुलिस ने बताया कि 8 सितंबर को ग्रीनफील्ड सोसाइटी में रहने वाले आदित्य गजानन ओगले नाम के इस बच्चे का अपहरण कर लिया गया था। बच्चे के पिता ने पिंपरी थाने में उसके लापता होने की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। इसके बाद क्राइम ब्रांच की टीम बच्चे की तलाश में जुटी हुई थीं।
इसी दौरान आदित्य की मां के मोबाइल पर फिरौती के लिए फोन आया। अपहरणकर्ताओं ने बच्चे की रिहाई के बदले में 20 करोड़ रुपए की मांग की। पिंपरी चिंचवड़ पुलिस ने इस मामले में टेक्निकल एनालिसिस का सहारा लिया। जांच के आधार पर शुक्रवार रात को ही पुलिस ने पड़ोस में रहने वाले मंथन भोसले और अनिकेत समुद्रे को हिरासत में ले लिया। पहले तो दोनों ही पुलिस को गुमराह करते रहे। मगर, बाद में सख्ती दिखाने पर उन्होंने बच्चे की हत्या करने का जुर्म कबूल कर लिया। बच्चा आरोपी को जानता था, इसलिए उसके साथ आसानी से चला गया था।  
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि पड़ोसी होने की वजह से आदित्य उन्हें पहचानता था। उसे बहाने से अपने साथ सोसाइटी के बाहर ले गए और फिर बेहोशी की दवा सुंघाकर घर के आगे से उसका अपहरण कर लिया। वारदात को अंजाम देने के बाद ही सिर पर भारी चीज से वार करके आदित्य की हत्या कर दी थी। लाश को भोसरी एमआईडीसी इलाके में बनी एक सुनसान बिल्डिंग की छत पर प्लास्टिक के बैग में छिपाकर रख दिया था।
पुलिस ने उनके खिलाफ अपहरण और हत्या की धारा में केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी मंथन भोसले और अनिकेत समुद्रे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर घटना स्थल पहुंचकर आदित्य की लाश बरामद की। बच्चे के माता-पिता से लाश की शिनाख्त कराने के बाद उसे पोस्टमार्टम के लिए सरकारी अस्पताल भेज दिया गया है।