कोरबा जिले के पाली ब्लॉक के खैरा डुबान की रहने वाली बच्ची बाल्टी लेकर पानी भरने गई, तो तीन सिक्कों को ही मुंह में दबा लिया था, जो अंदर जाकर भोजन नली में फंस गए। इससे बच्ची रोने लगी और उसकी हालत खराब हो गई। पिता बालकृष्ण बच्ची को लेकर पाली के निजी अस्पताल पहुंचा, जहां बच्ची के गले का एक्स-रे कराया गया, जिसमें सिक्के दिख रहे थे। लेकिन यह पता नहीं चल रहा था कि कितने सिक्के सांस नली में फंसे हैं। उसकी हालत देखकर डॉक्टर ने उसे बिलासपुर रेफर कर दिया।

डॉक्टर बृजेश पटेल और उनकी टीम ने घंटों मशक्कत के बाद बच्ची की जान बचा ली है। उन्होंने बताया कि आमतौर पर बच्चे एक दो सिक्के निगल जाते हैं और सिक्के गले में फंस जाता है। इस केस में बच्ची के गले में तीन सिक्के फंसे थे। इस तरह का केस रेयर होता है। हालांकि, समय रहते बच्ची के अस्पताल पहुंचने से बच्ची के भोजन नली से सिक्के निकाल लिए गए। सिक्के निकालने के बाद बच्ची की हालत अब ठीक है।