आर्यावर्त विश्वविद्यालय के दीक्षारम्भ कार्यक्रम में हुआ उत्कृष्ट विद्यार्थी एवं शिक्षकों का सम्मान
आर्यावर्त विश्वविद्यालय के दीक्षारम्भ कार्यक्रम में हुआ उत्कृष्ट विद्यार्थी एवं शिक्षकों का सम्मान
गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड से सम्मानित श्री कृष्णा विश्वविद्यालय की शोधार्थी कत्थक नृत्यायिका डॉ. एस. पी. स्वाति ने दी मनमोहक प्रस्तुति
भोपाल। आर्यावर्त विश्वविद्यालयए सीहोर के सभागार में दिनांक 8 जुलाई 2024 को प्रवेश उत्सव कार्यक्रम के अंतर्गत दीक्षारम्भ समारोह का आयोजन हुआ। दीक्षारम्भ कार्यक्रम में उत्कृष्ट विद्यार्थी एवं शिक्षक सम्मान समारोह मुख्य रहा। समारोह में मुख्य अतिथि तपन भौमिक, पूर्व अध्यक्ष म.प्र. पर्यटन निगम मण्डल, विशिष्ट अतिथि प्रो भरत शरण सिंह , अध्यक्ष म.प्र. निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग, भोपाल, सुदेश राय, विधायक सीहोर, संजय पाठक, अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख, भारतीय शिक्षण मण्डल, माननीय डॉ. बृजेन्द्र सिंह गौतम, कुलाधिपति आर्यावर्त विश्वविद्यालय सीहोर, प्रो. गोवर्धन दास, डायरेक्टर आईसर भोपाल एवं मनोज सिंह पूर्व डायरेक्टर म.प्र. पर्यटन विभाग, प्रो. विजय सिंह उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता भारतीय शिक्षण मंडल महाकौशल प्रांत के प्रान्तअध्यक्ष एवं श्री कृष्णा विश्वविद्यालय के चेयरमैन डॉ. पुष्पेन्द्र सिंह गौतम ने की। कार्यक्रम का शुभारम्भ अतिथियों द्वारा मॉ सरस्वती की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर तथा दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया। छात्राओं द्वारा माँ सरस्वती की वंदना और स्वागत गीत के समूह गायन के साथ कार्यक्रम का सुनहरा सफऱ शुरू हुआ।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि तपन भौमिक ने अपने उद्बोधन में विद्यार्थियों को अपनी परम्परा से जुड़े रहने की सलाह देते हुए कहा कि प्रिय विद्यार्थियों सब राष्ट्रों का जन्म और पालन पोषण अपनी-अपनी परम्परा में होता है। सभी प्राचीन राष्ट्रों में सृष्टि की कथा उसी परम्परा के अनुकूल है। धर्मानुकूल आचरण के लिये, सदाचार के लिये, प्रसिद्ध पूर्वजों का जीवन चरित सभी राष्ट्रों में आदर्श माना जाता है। भारतीय ज्ञान परम्परा की यह विशेषता राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में पाठ्यक्रम में सम्मिलित की गई है जिसका अध्ययन करके आप अपने देश की सभ्यता, संस्कृति, साहित्य और इतिहास को जानेंगे।
विशिष्ट अतिथि प्रो भरतशरण सिंह ने अपने उदबोधन में आर्यावर्त विश्वविद्यालय के संचालकों को शुभकामनायें देते हुए कहा कि विश्वविद्यालय निश्चित ही अपने नाम के अनुसार मुकाम हासिल करेगा आर्यावर्त विश्वविद्यालय पूरे प्रदेश ही नहीं अपितु सम्पूर्ण विश्व में उच्च स्थान प्राप्त करेगा तथा छात्र संवाद में स्वामी विवेकानंद जी द्वारा बताये गए मार्ग पर चलने की अवधारणा को स्पष्ट करते हुए स्वामी विवेकानंद के आदर्शों को आत्मसात् कर संयमित रहने के दिशा निर्देश प्रदान किए तथा आपने कहा की श्रेष्ठ बनो श्रेष्ठ बनाओ। हमारी कामना हैं कि आप नए शैक्षणिक लक्ष्य निर्धारित करें और उन्हें प्राप्त करें। मैं आप सभी की सफलता और खुशी की कामना करता हूँ। जिज्ञासा और दृढ़ता के साथ आप अपने अध्ययन को जारी रखें और नित नवीन ज्ञान सीखते रहें। अच्छा श्रोता ही एक अच्छा वक्ता और विद्यार्थी बन पाता है। लगातार सीखने का प्रयास करते रहना चाहिए। आपको जन्म देने वाली माता और समाज आप पर गर्व करे तो आपको अच्छी बातों का अनुसरण करना होगा वेदों में विद्यार्थियों के लक्षण बताए गए हैं आपको उनका अनुसरण करना चाहिए । युवा स्यात् साधु युवाध्यायकः। आशिष्ठो दृढिष्ठो बलिष्ठः॥
सीहोर विधायक सुदेश राय ने कहा कि उच्च शिक्षा जीवन के नए क्षितिज खोलता है। इस विश्वविद्यालय के संस्थापक डॉ. बृजेन्द्र सिंह गौतम और डॉ. पुष्पेंद्र सिंह गौतम की मैं हृदय तल की गहराइयों से प्रशंसा करता हूँ कि उन्होंने आर्यावर्त्त विश्वविद्यालय की स्थापना हमारे क्षेत्र में करके यहाँ के विद्यार्थियों को अनुपम सौगात दीं हैं।
विश्वविद्यालय के कुलाधिपति महोदय डॉ. बृजेन्द्र सिंह गौतम ने नवाग्नातुक विद्यार्थियों का स्वागत करते हुए कहा कि शिक्षा मानव का सर्वागीण विकास करती हैं जिससे आपका सत्य, धार्मिक आचरण, प्रेम, अहिंसा, शांति जैसे सार्वभौमिक मानवीय मूल्यों पर आधारित चरित्र निर्माण होता है तथा आत्म जागरूकता, करुणा और एकता विकसित करने में सहायता मिलती है। यहाँ से आप गुणवत्तापूर्ण रोजगाऱ परक शिक्षा ग्रहण कर जीवन में रोजगाऱ प्राप्त कर अपने भविष्य को निश्चय ही उज्ज्वल बनाएंगे ऐसी हमारी शुभकामनाऐं हैं।
विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलपति डॉ. एस.पी. चतुर्वेदी ने विश्वविद्यालय के दिशा-निर्देशों, संचालित पाठ्यक्रमों, परीक्षा, मूल्यांकन और प्रवेश सम्बधी मानदंड शैक्षिक वातावरण और नवाचार सामाजिक और सांस्कृतिक समावेशित छात्रवृत्ति आदि विषयों को विस्तृत रूप से बताया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे विश्वविद्यालय के चेयरमैन डॉ. पुष्पेंद्र सिंह गौतम ने कहा कि नए विद्यार्थियों को नए परिवेश में सहज महसूस कराने, उनमें संस्थान की विशिष्ट प्रकृति तथा संस्कृति को सिखाने, अन्य छात्रों और संकाय सदस्यों के साथ संबंध बनाने के उद्देश्य से आर्यावर्त विश्वविद्यालय में प्रथम दीक्षारंभ कार्यक्रम किया गया है। यहाँ नई तकनीकी शिक्षण प्रणाली के साथ योग्य अनुभवी प्राध्यापकों द्वारा अध्ययन कराते हुए नवाचार को भी बताया जाएगा। शिक्षा में नवाचार का लक्ष्य सभी स्तरों पर छात्रों के लिए सीखने को अधिक व्यक्तिगत, आकर्षक और प्रभावी बनाना है। शिक्षा में नवाचार को अपनाकर, शिक्षक अधिक गतिशील और प्रभावी शिक्षण वातावरण बना सकते हैं जो छात्रों को आज की तेजी से बदलती दुनिया में सफल होने के लिए आवश्यक ज्ञान, कौशल और दक्षता विकसित करने में मदद करता है। हम आप सभी विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते है।
अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख भारतीय शिक्षण मंडल माननीय डा संजय पाठक ने गौतम बंधुओ को शुभकामनायें देते हुए कहा कि आपने आर्यावर्त विश्वविद्यालय की स्थापना कर सराहनीय प्रयास किया है। विश्वविद्यालय अपने नाम के अनुरूप अपने लक्ष्य को प्राप्त करेगा। विद्यार्थियों से कहा कि श्रद्धावान लभते ज्ञानं , श्रद्धावान व्यक्ति ही ज्ञान के लाभ को प्राप्त कर सकता है अतः अपने शिक्षकों के प्रति सच्ची श्रद्धा रखें जिस प्रकार से एकलव्य ने गुरु द्रोणाचार्य को श्रद्धापूर्वक गुरु बनाकर ज्ञान के लाभ को प्राप्त किया है और सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर बना है उसी प्रकार सच्ची निष्ठां और ध्येय के साथ अपने लक्ष्य कि ओर बढ़ें सफलता निश्चित प्राप्त होगी आप सभी गुरुजन व विद्यार्थी अपने लक्ष्य को प्राप्त करें यही मेरी अभिलाषा है।
डायरेक्टर आईसर भोपाल प्रो. गोवर्धन दास जी ने शुभकामनायें देते हुए कहा कि यह संस्थान निश्चित ही विद्यार्थियों के सफल जीवन का मार्ग प्रशस्त करेगा साथ ही उन्होंने कहा कि आज विद्यार्थियों हेतु शिक्षण के साथ-साथ नयी शिक्षा नीति अनुसार शोध कार्य पर विशेष कार्ययोजना बनाने कि आवश्यकता है जिससे विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास हो सके ।
समारोह में उत्कृष्ट विद्यार्थियों सहित शिक्षकों का सम्मान किया गया। इस दौरान गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड से दो बार सम्मानित कत्थक नृत्यांगना डॉ. एस.पी. स्वाति जो कि श्री कृष्णा विश्वविद्यालय, छतरपुर की शोध छात्रा रही हैं ने अपनी प्रस्तुति से सबका मनमोह लिया। वहीं सांस्कृतिक कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने एकल, समूह एवं राजस्थानी घूमर नृत्य का प्रदर्शन कर मनमोहक प्रस्तुति से समारोह को आकर्षक बनाया। समारोह में भोपाल एवं सीहोर जिले सहित लगभग 1000 विद्यार्थियों एवं 250 से अधिक शिक्षकों का सम्मान किया गया साथ ही उपस्थित पत्रकार बंधुओं सहित गणमान्य नागरिकों को भी आर्यावर्त विश्वविद्यालय परिवार द्वारा सम्मानित किया गया ।
कार्यक्रम का संचालन माधव शरण पाठक एवं बृजेश पाटीदार ने आभार व्यक्त करते हुए कार्यक्रम का समापन सस्वर राष्ट्रगान के साथ किया गया।